सुबह ओंस की बूंदों से ,सबसे पहले मिलती है
सुनहली किरणों मे तो वह फ़ूलों सी खिलती है.
सूरज के संग आसमान में चढती है मेरी कविता
नये दिवस की नई कहानी गढती है मेरी कविता
रोज गगन में छू लेती है ऊंचाई की नयी बुलन्दी
जब भी होती है दोपहर में रोशनी से जुगलबन्दी
पूरी ताकत मेहनतकश में भरती है मेरी कविता
सूरज की गर्मीं से भी कब डरती है मेरी कविता.
न ही गिर जाने का दुख नहीं ढल जाने का गम
कर देती थकान वह पल भर में ही कितना कम
सांझ के अंधियारे में दीप सजाती है मेरी कविता
मुरझाये चेहरों पर संगीत बजाती है मेरी कविता.
सुनहली किरणों मे तो वह फ़ूलों सी खिलती है.
सूरज के संग आसमान में चढती है मेरी कविता
नये दिवस की नई कहानी गढती है मेरी कविता
रोज गगन में छू लेती है ऊंचाई की नयी बुलन्दी
जब भी होती है दोपहर में रोशनी से जुगलबन्दी
पूरी ताकत मेहनतकश में भरती है मेरी कविता
सूरज की गर्मीं से भी कब डरती है मेरी कविता.
न ही गिर जाने का दुख नहीं ढल जाने का गम
कर देती थकान वह पल भर में ही कितना कम
सांझ के अंधियारे में दीप सजाती है मेरी कविता
मुरझाये चेहरों पर संगीत बजाती है मेरी कविता.
3 comments:
आनंद आ गया ....
शुभकामनायें !
कौन है ये कविता? :)
Are you powerless to withdraw coins in Binance? Are you actually discovering solutions so that you can easily end such errors? Wait! Don’t check your endurance and undeviating get in contact with the well-elite experts by dialing Binance support phone number 1-888-764-0492 which is all the time permitted and you can ring on this number anytime without any worries. Get rid of dilemmas as soon as possible and enjoy services freely.
Post a Comment